#

International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary

International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2023;2(6):76-78

विश्व के विकासशील देश एवं सौर ऊर्जा

Author Name: डॉ खेदू राम यादव

Paper Type: review paper
Article Information
Paper Received on: 2023-11-05
Paper Accepted on: 2023-12-14
Paper Published on: 2023-12-17
Abstract:

यह अध्ययन विश्वभर में विकासशील देशों और सौर ऊर्जा के बीच संबंधों का अध्ययन करता है। इसमें विभिन्न देशों के विकास की प्रक्रियाए  उनके सामरिकए  सामाजिकए  और आर्थिक पैरामीटर्स का विश्लेषण किया जाएगाए  और सौर ऊर्जा के संप्रेषण और उपयोग के क्षेत्र में उनके प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस अध्ययन से हमें यह ज्ञात होगा कि कैसे सौर ऊर्जा से संबंधित सूचनाए  अद्यतित तकनीकी उन्नतिए  और नीतिगत पहलू विकसित देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस परियोजना से प्राप्त नतीजे विकसित एवं विकासशील देशों के बीच अनुबंधन के लिए नीतिगत सुझाव प्रदान करने में सहारा प्रदान करेंगे ।

Keywords:

विकासशील देश, सौर ऊर्जा, ऊर्जा स्वतंत्रता, प्रदूषण मुक्त ऊर्जा, विश्व स्तर पर सहयोग

Introduction:

पृथ्वी को मिलने वाली ऊर्जा में सूर्य के द्वारा मिलने वाली ऊर्जा सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है जिसके द्वारा संपूर्ण पृथ्वी असमान रूप से ऊर्जा प्राप्त करती है सूर्य से प्राप्त ऊर्जा प्रकाश संश्लेषण द्वारा पौधे ग्रहण करते हैं यही ऊर्जा भोजन श्रृंखला द्वारा रूपांतरित होते हुए मानव शरीर में पहुंचती है अथवा पौधों के भूमिगत दबने सड़ने गलन से फॉसिल ईंधन कोयलाए पेट्रोलए गैस के रूप में प्रकट होती है अथवा पृथ्वी के जियोथर्मलए ज्वार बहते जलए रेडियोधर्मी खनिजए आदि का रूप ग्रहण करते हैं जिस माध्यम से ऊर्जा का उपयोग होता है उसके अनुसार इसे यांत्रिक ऊर्जाए रासायनिक ऊर्जाए विद्युत ऊर्जाए आदि कहते हैं । संपूर्ण वातावरण तंत्र के अजैव एवं जैव तत्वों के मध्य अंतर प्रक्रिया ऊर्जा प्रवाह पर ही आश्रित है ऊर्जा प्रवाह के अंतर्गत ही सूर्य से प्राप्त ऊर्जा एक तत्व से दूसरे तत्व में आवर्तनए भंडारण तथा अंत में वायुमंडल में निस्तारण भी सम्मिलित है । थर्मोडायनेमिक्स नियम के अनुसार ऊर्जा एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होती है परंतु इसका सृजन अथवा विनाश नहीं होता है चूकि मानव पृथ्वी का सबसे चालाक प्राणी है जो ए प्राकृतिक जैविक वातावरण से ही प्रविधिकी द्वारा संसाधन सृजन करता है प्रविधिकी वस्तुतरू ऊर्जा के नियंत्रण पर ही निर्भर है जितनी ही उच्च स्तरीय प्रविधि का उपयोग होगा उतनी ही अधिक ऊर्जा की खपत होगी तथा आर्थिक विकास हेतु उच्च स्तरीय प्रविधि की अधिक आवश्यकता पड़ेगी ।

How to Cite this Article:

डॉ खेदू राम यादव. विश्व के विकासशील देश एवं सौर ऊर्जा. International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary. 2023: 2(6):76-78


Download PDF