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International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary

International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2024;3(2):221-224

हिंदी साहित्यिक पत्रकारिता की भूमिका: इतिहास, प्रवृत्तियाँ और चुनौतियाँ

Author Name: डॉ. सरयू शर्मा;  

1. एसोसिएट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, सनातन धर्म कॉलेज, अंबाला छावनी, हरियाणा, भारत

Paper Type: review paper
Article Information
Paper Received on: 2024-03-13
Paper Accepted on: 2024-04-28
Paper Published on: 2024-04-30
Abstract:

हिंदी साहित्यिक पत्रकारिता का इतिहास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्रीय चेतना के उदय के साथ गहरे रूप से जुड़ा हुआ है। यह शोधपत्र हिंदी साहित्यिक पत्रकारिता के ऐतिहासिक विकास, प्रमुख प्रवृत्तियों और समसामयिक चुनौतियों का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करता है। 19वीं सदी के उत्तरार्ध से लेकर 21वीं सदी तक की यात्रा में साहित्यिक पत्रकारिता ने न केवल भाषा और साहित्य के विकास में योगदान दिया है, बल्कि सामाजिक-राजनीतिक चेतना के प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Keywords:

साहित्यिक पत्रकारिता, हिंदी साहित्य, प्रेस इतिहास, राष्ट्रीय चेतना, डिजिटल मीडिया

How to Cite this Article:

डॉ. सरयू शर्मा. हिंदी साहित्यिक पत्रकारिता की भूमिका: इतिहास, प्रवृत्तियाँ और चुनौतियाँ. International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary. 2024: 3(2):221-224


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