IJ
IJCRM
International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary
ISSN: 2583-7397
Open Access • Peer Reviewed
Impact Factor: 5.67

International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2023;2(4):29-33

भारतीय राजनीतिक चिन्तन तथा अरस्तू के विचारों के मध्य तुलनात्मक अध्ययन

Author Name: मंजू

Paper Type: review paper
Article Information
Paper Received on: 2023-06-11
Paper Accepted on: 2023-07-19
Paper Published on: 2023-07-26
Abstract:

प्रस्तुत अध्ययन का प्रमुख आधार भारतीय राजनीतिक चिन्तन तथा अरस्तू के विचारों के मध्य समानताओं तथा असमनाताओं की जांच करना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु अध्ययन उद्देश्यों को दो भिन्न भिन्न भागों में वर्गीकृत करके अध्ययन किया गया है है। इसके प्रथम भाग में पाश्चात्य विद्वान अरस्तू के राजनीतिक चिंतन का विवरण प्रस्तुत किया गया है, अरस्तू के राज्य की उत्पति सिद्धान्त, राज्य के संविधान संबंधी सिद्धान्त, शिक्षा तथा अंतरराष्ट्रीय संबंधों का विश्लेषण सम्मिलित है इसी प्रकार इन्ही बिंदुओं पर आधारित भारतीय राजनीतिक चिंतन का विश्लेषण भी इस अध्ययन के दूसरे भाग में किया गया है। यह अध्ययन इस बात की समीक्षा करता है कि भारतीय राजनीतिक चिंतन पाश्चात्य राजनीतिक चिंतन से भी कई सदियों पुराना एवं प्रमाणित है।

Keywords:

अरस्तू, भारतीय राजनीतिक चिंतन, सर्वज्ञ गुरु, कौटिल्य, दास वर्ग

Introduction:

राजनीतिक चेतना तथा विशेषकर पाश्चात्य राजनीतिक विचारधारा राजनीतिक विज्ञान के जनक माने जाने वाले अरस्तू तथा प्लेटो के विचारों के चारों ओर ही घूर्णन करती हुए दिखाई पड़ती है। हालांकि भारत में भारतीय राजनीतिक चिंतन की शुरूआत प्राचीनतम वेद वेदांगो के काल से ही अस्तित्व में आ चुकी थी जिसका प्रथम चरण मुगल काल आते आते लगभग विलुप्त सा हो गया। इसी परंपरा का निर्वहन जारी रखते हुए ब्रिटिश कालीन सत्ता का परतंत्र होते हुए भी अनेकों भारतीय राजनीतिक चिंतकों ने इसे जीवंत रखने में अहम योगदान दिया। भारत में वैदिक काल से आधुनिक राजनीतिक चिंतकों में मनु, कौटिल्य, स्वामी विवेकानंद, अरविंद घोष, महात्मा गांधी, सुभाष चन्द्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, आचार्य विनोबा भावे, दादाभाई नौरोजी, विनायक दामोदर सावरकर, डॉ. अंबेडकर, मानवेंद्र नाथ राय, जे पी नारायण, आचार्य नरेंद्र देव तथा डॉ. राममनोहर लोहिया आदि ने प्रमुख रहे हैं। हालांकि ब्रिटिश कालीन सत्ता के अधीन भारत के समय इस भ्रम को जोर शोर से फैलाया गया कि भारतीय चिन्तन केवल अति साधारण प्रकृति का है एवं इसमें कुछ भी ऐसा विशेष नही है जिसका उल्लेख किया जा सके।

Aim/Objectives

प्रस्तुत अध्ययन का प्रमुख उद्देश्य भारतीय राजनीति चिंतन तथा पाश्चात्य राजनीतिक चेतना के प्रमुख विद्वान एवं दार्शनिक अरस्तू की राजनीतिक विचारधारा का तुलनात्मक अध्ययन करना है।

Methods

प्रस्तुत अध्ययन के अंतर्गत अध्ययन उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु द्वितीयक स्रोतों से प्राप्त ज्ञान को आधार बनाकर विश्लेषणात्मक अध्ययन विधि का प्रयोग किया गया है।

How to Cite this Article:

मंजू. भारतीय राजनीतिक चिन्तन तथा अरस्तू के विचारों के मध्य तुलनात्मक अध्ययन. International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary. 2023: 2(4):29-33


Download PDF