International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2025;4(6):154-162
फैज़ाबाद जनपद में अवस्थापनात्मक तत्वों का ग्रामीण विकास पर प्रभाव: एक भौगोलिक विश्लेषण
Author Name: Smriti Shukla; Dr. Shiv Shankar Singh;
Abstract
यह शोध-पत्र फैज़ाबाद जनपद के ग्रामीण परिदृश्य में अवस्थापनात्मक तत्वों—जैसे सड़क-संयोजकता, सिंचाई एवं पेयजल, ऊर्जा पहुँच, दूरसंचार, शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाएँ और बाज़ार तक पहुँच—के प्रत्यक्ष और परोक्ष प्रभावों का भौगोलिक विश्लेषण प्रस्तुत करता है। अध्ययन का उद्देश्य यह समझना है कि स्थान, संसाधन और अवसंरचना की स्थानिक उपलब्धता किस प्रकार बहुआयामी ग्रामीण विकास—कृषि उत्पादकता, आजीविका विविधीकरण, मानव-विकास संकेतकों, सामाजिक समावेशन और पर्यावरणीय स्थिरता—को आकार देती है। कार्यविधि के रूप में भौगोलिक सूचना तंत्र आधारित अभिगम्यता सूचकांक, ब्लॉक-स्तरीय समवर्ती संकेतकों का संयोजित सूचकांक, और स्थानिक प्रतिगमन मॉडलिंग का वैचारिक खाका अपनाया गया है। निष्कर्षतः अध्ययन इंगित करता है कि उच्च अभिगम्यता वाले कॉरिडोर—विशेषकर प्रमुख जिला मार्गों और राज्य राजमार्गों से सटे ग्राम समूह, नदी-घाटी के निकट सिंचाई समर्थ क्षेत्रों और शहरी-ग्रामीण संपर्क नोड्स—में कृषि-अकृषि आय का अनुपात संतुलित होता है, महिला श्रम-बल भागीदारी व विद्यालय उपस्थिति बेहतर पाई जाती है, तथा स्वास्थ्य-सेवा तक समय-लागत घटती है। इसके विपरीत, परिधीय और जल-कमी वाले पट्टों में मौसमी प्रवासन, सीमांत जोत आकार, और सार्वजनिक सेवाओं तक पहुँच की बाधाएँ ग्रामीण विकास को सीमित करती हैं। शोध-पत्र नीतिगत स्तर पर परिवहन-जल-ऊर्जा के एकीकृत योजना-ढाँचे, ग्राम-स्तरीय सेवा नोड्स के सुदृढ़ीकरण, और स्थानिक असमानताओं को घटाने के लिए लक्षित निवेश की सिफारिश करता है।
Keywords
अवस्थापनात्मक तत्व, ग्रामीण विकास, भौगोलिक सूचना तंत्र, अभिगम्यता सूचकांक, स्थानिक असमानता, फैज़ाबाद जनपद, कृषि उत्पादकता, मानव-विकास, सामाजिक समावेशन