International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2025;4(3):364-368
कार्य स्थल (विद्यालयों) पर बालिकाओं में लैंगिक (जेण्डर) भेदभाव का एक अनुभवात्मक अनुसन्धान
Author Name: विजय कुमार सारस्वत; डा साहब राम;
Abstract
बालिकाओं, किशोरियों तथा महिलाओं के प्रति भेदभाव के आये दिन अनेकों उदाहरण देखने एवं पढ़ने को मिलते हैं। इनके साथ लैंगिक आधार पर भेदभाव होता है। इसके पिछे रूढ़िवादी सोच एवं पितृसत्तात्मक पारिवारिक सोच को माना जा सकता है। प्रस्तुत शोध का मुख्य उद्देश्यः विधालयों में बालिकाओं के साथ लैंगिक आधार पर स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पहनावा तथा सामाजिक स्वीकार्यता का भेद-भाव का अध्ययन करना था। इसी के आधार पर सकारात्मक परिकल्पनाः विधालयों में बालिकाओं के साथ लैंगिक आधार पर स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पहनावा तथा सामाजिक स्वीकार्यता का भेद-भाव पाया जाता हैं का निर्माण किया गया। जिसके परीक्षण हेतु के लिए सर्वेक्षण किया जो संरचित साक्षात्कार प्रश्नावली व अभिभावकों के साथ सामूहिक चर्चा द्वारा पूर्ण किया है। शोधकर्ता द्वारा आकड़ांे के संकलन के ग्रामीण क्षेत्र की अध्ययनरत बालिकाओं से परिवार तथा कार्यस्थल (विद्यालय) पर होने वाले भेदभाव के सम्बन्ध में विचार/मत प्राप्त करने के लिए गुप्त पेटिकाओं का उपयोग किया। कार्यस्थल (विद्यालय) पर होने वाले भेदभाव के सम्बन्ध में मत/अनुभव प्राप्त करने के हेतु दस-दस दिवसीय दो शिवरों का आयोजन महिलाओं के उपचारात्मक एवं संरक्षणात्मक अधिकारों की जानकारी/जागरुकता के लिए किया गया और इन शिविरों में ग्रामीणों क्षेत्र में अध्ययनरत बालिकाओं को अपने मत कार्यस्थल (विद्यालय) पर होने वाले भेदभाव के सम्बन्ध में प्रकट करने हेतु संकेतक एवं गुप्त माध्यम से व्यक्त करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। चूरू जिले के सुदूर सुविधावंचित गावों के विद्यालयों में 1. राजकीय उच्च मा. विद्यालय खेरू बड़ी तथा 2. राजकीय उच्च मा. विद्यालय रामपुरा बेरी की उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के बालिकाओं को शिविर में शामिल किया। जिसमें कुल 143 बालिकाओं का आयु वर्ग प्रथम वर्ग 9 से 12 वर्ष, द्वितीय वर्ग 12 से 15 वर्ष, तृतीय वर्ग 16 से 18 वर्ष की बालिकाओं ने भाग लिया। आकड़ों के संकलन हेतु लैंगिक भेद-भाव से सम्बन्धित अर्द्धसंरचित साक्षात्कार प्रश्नावली एवं समूह चर्चा का प्रयोग शोधकत्र्ता द्वारा किया गया। शोध के निष्कर्ष में पाया कि विभिन्न कक्षाओ की बालिकाओं ने विद्यालय में लैंगिक आधार पर स्वास्थ्य भेदभाव, पोषण में भेदभाव, शिक्षा में भेदभाव, पहनावे मे भेदभाव के किसी भी प्रकार को स्वीकार नही किया गया है। वहीं विभिन्न कक्षाओ की बालिकाओ ने विद्यालय में लैंगिक आधार पर सामाजिक स्वीकृति में भेदभाव के किसी भी प्रकार को स्वीकार नही किया गया है।
Keywords
लैंगिक भेदभाव, कार्यस्थल (विद्यालय) और सामाजिक भेदभाव।