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International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary

International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2025;4(3):206-212

दक्षिण एशिया में बदलती सामरिक और भू-राजनीतिक परिस्थिति: भारत के समक्ष उभरता हुआ तुर्की-पाकिस्तान-चीन गठजोड़

Author Name: Dr. Arvind Kumar;  

1. Assistant professor, Department of Defence and Strategic Studies, A.N.D.K.PG College, Babhnan Gonda, Uttar Pradesh, India

Abstract

दक्षिण एशिया वर्तमान में सामरिक और भू-राजनीतिक परिवर्तनों के एक संवेदनशील दौर से गुजर रहा है। इस अध्ययन में तुर्की, पाकिस्तान और चीन के त्रिपक्षीय गठजोड़ (TPC) के उदय और भारत की सुरक्षा, विदेश नीति तथा क्षेत्रीय नेतृत्व पर इसके प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। यह गठबंधन केवल रणनीतिक साझेदारी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें वैचारिक, धार्मिक और वैश्विक शक्ति संतुलन की आकांक्षाएं भी निहित हैं। चीन की आर्थिक आक्रामकता, पाकिस्तान की भारत-विरोधी रणनीति और तुर्की की इस्लामी नेतृत्व की महत्वाकांक्षा मिलकर एक ऐसे गठजोड़ का निर्माण करती हैं जो दक्षिण एशिया में भारत की स्थिति को चुनौती देता है। इस शोध में क्षेत्रीय देशों (जैसे नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान और मालदीव) पर इस गठजोड़ के प्रभाव, भारत की “Neighborhood First” नीति की चुनौतियाँ, समुद्री सुरक्षा पर खतरे, तथा कश्मीर और आतंकवाद को लेकर वैश्विक दबाव की रणनीति का विस्तृत मूल्यांकन किया गया है। अंततः, भारत के लिए सामरिक आधुनिकीकरण, बहुपक्षीय कूटनीतिक सक्रियता, जल कूटनीति और सूचना युद्ध जैसी रणनीतियों की आवश्यकता पर बल दिया गया है ताकि वह इस नई भू-रणनीतिक वास्तविकता का प्रभावी ढंग से सामना कर सके।

Keywords

दक्षिण एशिया, तुर्की-पाकिस्तान-चीन गठजोड़, भारत की सुरक्षा, भू-राजनीतिक संतुलन, कश्मीर नीति, समुद्री सुरक्षा