International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2024;3(5):240-241
सोशल मीडिया: किशोरों एवं युवाओं पर नियंत्रण का सामाजिक अभिकरण
Author Name: नीलम संजीव एक्का;
Paper Type: review paper
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Abstract:
मनुष्य मूलत:एक सामाजिक प्राणी है इसलिए वह स्वाभाविक रूप से समाज में रहना पसंद करता और रहता है I संसार में मानव ने अनेक सृजन किए हैं जिनमें समाज सबसे महत्वपूर्ण मानव निर्मित तथ्य है I मानव समाज अपने सदस्यों के व्यवहारों को नियंत्रित करने अर्थात समाज स्वीकृत तौर तरीकों के अनुरूप ही सदस्यों की गतिविधियां या व्यवहार हों,इस उद्देश्य से समाज अपनी विभिन्न अभिकरणों,संस्थाओं के माध्यम से लोगों के व्यवहारों,गतिविधियों को निरंतर नियंत्रित करने का प्रयास करता है I पिछले दशक से सोशल मीडिया में लोगों की सहभागिता निरंतर बढ़ती ही जा रही है विशेषकर किशोरों और युवाओं की | इसी तारतम्य में मानव समाज ने भी किशोर एवं युवाओं के असामाजिक व्यवहारों को नियंत्रित करने के लिए सोशल मीडिया को किस प्रकार सामाजिक नियंत्रण का एक नवीन अभिकरण के रूप में उपयोग करना शुरू किया है? इस शोध-पत्र में यह उजागर करने की कोशिश की गई है |
Keywords:
समाज, सामाजिक नियंत्रण, छपरी, सिगमा, किशोर, अभिकरण, स्लैंग
How to Cite this Article:
नीलम संजीव एक्का. सोशल मीडिया: किशोरों एवं युवाओं पर नियंत्रण का सामाजिक अभिकरण. International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary. 2024: 3(5):240-241
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