International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2024;3(2):123-126

आधुनिक परिप्रेक्ष में नारीवाद: एक समीक्षात्मक अध्ययन

Author Name: डॉ. नरेंद्र सीमतवाल , , महेन्द्र कुमार वर्मा

Paper Type: review paper
Article Information
Paper Received on: 2024-02-28
Paper Accepted on: 2024-03-29
Paper Published on: 2024-04-02
Abstract:

यह शोध पत्र परिपेक्ष में एक समीक्षात्मक अध्ययन प्रस्तुत करता है । अध्ययन में, हम नारीवाद की प्राचीन और समकालीन परंपराओं को जांच रहे हैं, उनके विकास के संदर्भ में विचार कर रहे हैं, और आधुनिक समाज में नारीवाद की प्रभावी अनुप्रयोगिता पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हम विभिन्न विचारधाराओं, सामाजिक अध्ययनों, और संदर्भों के माध्यम से नारीवाद की व्याख्याओं को विश्लेषण कर रहे हैं । अध्ययन के परिणाम से, हम नारीवाद के समझाने में एक नई दिशा प्रदान करते हैं और आधुनिक समाज में नारीवाद के प्रभाव को समझने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। हमने विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक, और राजनीतिक प्रासंगिकताओं को ध्यान में रखकर नारीवाद के परिणामों को विश्लेषण किया है। हमने इस प्रयास में नारीवाद के विभिन्न आयामों को उजागर करने के लिए साक्ष्यात्मक और सांख्यिकीय तथ्यों का उपयोग किया है । अंत में, हमारा अध्ययन नारीवाद के महत्वपूर्ण संदेशों और समाज में इसके प्रभाव को समझने में मदद करेगा ।

Keywords:

नारीवाद, सामाजिक व्यवस्था, विचारधारा, ट्रान्सजेन्डर, स्त्री, भगिनी समाज, समलैंगिकता, पूंजीवाद, कामुकता, पहचान, लैंगिक भेदभाव, दासता, पितृसतात्मक समाज ।

How to Cite this Article:

डॉ. नरेंद्र सीमतवाल , , महेन्द्र कुमार वर्मा. आधुनिक परिप्रेक्ष में नारीवाद: एक समीक्षात्मक अध्ययन. International Journal of Contemporary Research in Multidisciplinary. 2024: 3(2):123-126


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