International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2025;4(3):623-627
शारीरिक शिक्षा और गैर-शारीरिक शिक्षा के विद्यार्थियों की मनो-सामाजिक विशेषता में सामाजिक समायोजन का तुलनात्मक अध्ययन
Author Name: जयनारायण; डॉ० शिल्पा चक्रबर्ती;
Abstract
मनोसामाजिक लक्षण विभिन्न प्रकार के व्यक्तिगत गुणों, कार्यों और विश्वासों को संदर्भित करते हैं जो मनोवैज्ञानिक और सामाजिक दोनों प्रभावों से प्रभावित होते हैं। जिसमें सामाजिक समायोजन एक प्रमुख कारक है जो विद्यार्थियों की मनो-सामाजिक विशेषता को उनके व्यवहार से इंगित करता है। इसको अध्ययन में शारीरिक शिक्षा और गैर-शारीरिक शिक्षा के विद्यार्थियों की मनो-सामाजिक विशेषता में सामाजिक समायोजन का तुलनात्मक अध्ययन करना प्रस्तुत शोध का मुख्य उद्देश्य था। शून्य परिकल्पना के परीक्षण के लिए बीकानेर संभाग के चारों जिलों के 13 संस्थानों के 400 विद्यार्थियों को शामिल किया गया। साामाजिक समायोजन के मापन हेतु आर सी देवा के उपकरण का प्रयोग किया गया। शोध के निष्कर्ष में पाया कि शारीरिक शिक्षा और गैर-शारीरिक शिक्षा के छात्रों एवं छात्राओं की मनो-सामाजिक विशेषता में सामाजिक समायोजन के आयाम-बेईमानी के स्तर, संवेगात्मक समायोजन, सामाजिक परिपक्वता और सम्पूर्ण योग के मध्यमानों में सार्थक अन्तर नहीं पाया गया। दोनों समूहों के विद्यार्थियों में सामाजिक समायोजन के मामले में समान प्रवृत्तियाँ दिखाई देती हैं।
Keywords
मनो सामाजिक लक्षण, सामाजिक समायोजन, सामाजिक परिपक्वता