International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2025;4(2):106-111
भारत में कॉपीराइट (Copyright in India)
Author Name: Sawan Kumar Soni; Dr. Richa Shrivastava; Dr. Vishal Sharma;
Abstract
कॉपीराइट कानून बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights - IPR) का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो साहित्यिक, कलात्मक, संगीत, और डिजिटल सामग्री को कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है। भारत में कॉपीराइट कानून का विकास 1957 के कॉपीराइट अधिनियम से शुरू हुआ और समय-समय पर संशोधित किया गया है, विशेष रूप से 2012 के संशोधन के बाद इसमें महत्वपूर्ण बदलाव हुए। यह शोध पत्र भारत में कॉपीराइट कानून की रूपरेखा, इसके प्रवर्तन में आने वाली चुनौतियों, और डिजिटल युग में इसकी प्रासंगिकता की जांच करता है। साथ ही, यह कॉपीराइट उल्लंघन और पायरेसी के मामलों पर चर्चा करता है, जो कि भारतीय कानूनी प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। शोध में यह भी विश्लेषण किया गया है कि कैसे अंतरराष्ट्रीय संधियाँ, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, और तकनीकी नवाचार भारतीय कॉपीराइट कानून को प्रभावित कर रहे हैं। अंततः, इस शोध पत्र में भारत में कॉपीराइट सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए कुछ सिफारिशें दी गई हैं। यह अध्ययन न केवल कानूनी पहलुओं पर केंद्रित है, बल्कि डिजिटल मीडिया और तकनीकी विकास के संदर्भ में कॉपीराइट सुरक्षा के नए उपायों की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।
Keywords
कॉपीराइट, भारत में कॉपीराइट कानून, बौद्धिक संपदा अधिकार, पायरेसी, डिजिटल कॉपीराइट, कॉपीराइट उल्लंघन, कॉपीराइट अधिनियम 1957, कॉपीराइट संशोधन 2012